JEEWAN SANGEET

Tuesday, June 15, 2010

JAUHAR JARA DIKHAO

जब तक है साँस चलती, तब तक ही जिंदगी है
सब दोस्त रिश्ते-नाते, अपनों की बंदगी है .

है समझना तो समझो यह अर्थ जिंदगी का
कुदरत का खेल सारा मोहान्ध जिंदगी का .

जब तक जमी पर तुम हो तबतक जमी तुम्हारी
दुनिया की खातिर मर लो दुनिया नहीं तुम्हारी

मरने के बाद कृतियाँ जिन्दा तुम्हे रखेगी .
पुरूषार्थ की कहानी सबको कहा करेगी . .

जब आ गए हो जग में, कुछ कर्म कर दिखाओ
जग को तो देखना है जौहर जरा दिखाओ . .

स्वप्निल अनोखी दुनिया सब लोग है अनोखे
तुम स्वप्न में विचार कर खाना कभी न धोखे . .

जीवन को कर तरंगित उफान लाते रहना
ज्वारों पर खेलना तुम भाता कभी न बनना

कोई नहीं तुम्हारा यह बात मत तू कहना .
लेकिन न साथ देंगे यह बात मन में रखना . .

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