जीवन तो सुन्दर सपना है
इसमे मीठी आस भरो तो .
नहीं असंभव कुछ भी जग में
अपने में विश्वास भरो तो
लक्ष्य प्राप्त करने की खातिर
कर्म हेतु संकल्प भरो तो . .
क्या कोई छल लेगा तुमको
क्या कोई गच्चा दे देगा
अपनी शक्ति को पहचानो
सोंचो, समझो और रखो तो . .
नहीं शोभता रोदन करदन
दुःख से निज को मुक्त करो तो.
धीरज धर कर तुम गुलाब-सा
पुलकित सुरभित अगर खिलो तो . .
शिशु के संग शिशु बन जाओ
और युवा संग युवा बनो तो.
अन्यों के जीवन में घुलकर
अपना जीवन अगर गधो तो . .
सहज स्नेह से ह्रदय खोलकर
अपने से यदि गले लगो तो.
नहीं एकाकी जीवन दूभर
अगर जगत की सुरभि भरो तो .
जीवन तो सुन्दर सपना है
इसमे मीठी आस भरो तो . .